The smart Trick of भारतीय जनता पार्टी That No One is Discussing

भारत में बहुदलीय प्रणाली बहु-दलीय पार्टी व्यवस्था है जिसमें छोटे क्षेत्रीय दल अधिक प्रबल हैं। राष्ट्रीय पार्टियां वे हैं जो चार या अधिक राज्यों में मान्यता प्राप्त हैं। उन्हें यह अधिकार भारत के चुनाव आयोग द्वारा दिया जाता है, जो विभिन्न राज्यों में समय समय पर चुनाव परिणामों की समीक्षा करता है। इस मान्यता की सहायता से राजनीतिक दल कुछ पहचानों पर अपनी स्थिति की अगली समीक्षा तक विशिष्ट स्वामित्व का दावा कर सकते हैं जैसे की पार्टी चिह्न।

तो बीजेपी नेताओं के जेल भेजने के लिए सत्ता में website वापसी चाहती है कांग्रेस, खरगे तो यही कह गए

जम्मू-कश्मीर चुनाव: कश्मीरी पंडितों को क्या हालात बेहतर होने की उम्मीद है?

या प्रकरणी काही पोलीस ठाण्यांत भादंविच्या ३४१, ३५३, ३३६, ३३७, ३४१ अन्वये गुन्हे दाखल. प्रकरण न्यायप्रविष्ट.

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन १९५७ अब्दुल वहाद ओवैसी असदुद्दीन ओवैसी

पुलिस ने पहले बताया था कि हालांकि संकेत कार में मौजूद था, लेकिन दुर्घटना के समय वह गाड़ी नहीं चला रहा था.

तेलुगु देशम पार्टी १९८२ नन्दमूरि तारक रामाराव नारा चंद्रबाबू नायडू

स्थापना के बाद से भाजपा की आर्थिक नीतियाँ बहुत सीमा तक बदलती रहीं है। इस दल के अन्दर विभिन्न प्रकार की आर्थिक विचार देखने को मिलते हैं। १९८० के दशक में, अपने पितृ दल (भारतीय जनसंघ) की तरह इस दल के आर्थिक सोच में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उसके अनुषांगिक संगठनों की आर्थिक सोच का प्रभाव था। भाजपा स्वदेशी तथा देशी उद्योगों को बचाने वाली व्यापार नीति की समर्थक थी। किन्तु भाजपा ने आन्तरिक उदारीकरण का समर्थन किया और राज्य द्वारा समर्थिक औद्योगीकरण का विरोध किया, जिसका कांग्रेस समर्थन करती थी।

बबनराव पाचपुते यांचे चिरंजीव तथा कारखान्याचे अध्यक्ष असलेले विक्रम पाचपुते व अन्य दोघांवर साईकृपा खासगी साखर कारखान्यावर (श्रीगोंदा) शिरूर येथे फसवणुकीचा गुन्हा दाखल. बबनराव हे या कारखान्याचे संस्थापक व माजी अध्यक्ष आहेत. शेतकऱ्यांच्या उसाचे तब्बल ३८ कोटी रुपये या कारखान्यास देणे आहे. प्रकरण न्यायप्रविष्ट असून पंजाब नॅशनल बँकेच्या पुणे शाखेकडून कारखान्यावर बँकेच्या थकीत कर्जाच्या वसुलीसाठी जप्तीची कारवाई झाली आहे. भाजप नेते बबनराव पाचपुते यांच्या मालकीचा साखर कारखाना १-१०-२०१६ रोजी पंजाब नॅशनल बँकेकडून तत्त्वत: ताब्यात घेण्यात आला. नगर जिल्हय़ातील श्रीगोंदा तालुक्यामधील हिरडगाव येथील साईकृपा साखर कारखान्याने ऊस देयकांची थकवलेली रक्कम शेतकऱ्यांना न दिल्याने या कारखान्याच्या मालमत्तेवर जप्ती आणण्यास दिलेल्या स्थगितीस मुदतवाढ देण्यास मुंबई उच्च न्यायालयाच्या औरंगाबाद खंडपीठाने यापूर्वीच नकार दिला होता.

बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित

बेसी जानकारी खातिर इस्तेमाल के शर्त देखीं।

चार अन्य राज्यों में, यह अन्य राजनीतिक दलों के साथ सत्ता में भागीदारी करता है इन सभी राज्यों में, बीजेपी सत्तारूढ़ गठबंधन में जूनियर सहयोगी है। राज्य हैं:

अमेरिका में राहुल गांधी के आरक्षण पर बयान के बाद खुद के बनाए जाल में फंस गई कांग्रेस

दीपक (बाबा) मिसाळ (सरचिटणीस, शहर कार्यकारिणी, माजी नगरसेवक (पर्वती विधानसभा मतदारसंघाच्या आमदार माधुरी मिसाळ यांचे दीर) : खुनाचा प्रयत्‍न, धमक्या -

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